Electric Rickshaw क्या है ?

नमस्कार दोस्तों ; आजकल दुनिया में प्रदषूण एक अभिशाप बन गया है। कितना अच्छा होता यदि अपना शहर , देश  और पूरी दुनिया प्रदूषण मुक्त होती। 
 
आपको पता है आजकल सबसे जयादा प्रदषूण मोटर व्हीकल से ही होता है। यदि पुरे व्हीकल आज प्रदषूण मुक्त व्हीकल होता तो कितना अच्छा होता।  
हम प्रदुषण मुक्त होने के लिए कितना रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेज , सोलर एनर्जी पर कम कर रहे है लेकिन वैसा व्हीकल बहुत कम है जो प्रदषूण मुक्त हो।
आपने इलेक्ट्रिक कार तो सुना होगा वैसे ही इलेक्ट्रिक रिक्शा भी आजकल शहर और बाजार में बहुत देखने को मिल जाता है।
और इलेक्ट्रिक रिक्शा काफी सस्ता और कम दुरी के यात्रा करने के लिए अच्छा भी है। इसीलिए आज आप इस आर्टिकल में समझेंगे इलेक्ट्रिक रिक्शा क्या है ? इसके क्या क्या घटक होते है ?
 
तो आईये समझते है –
 
 
 

इलेक्ट्रिक रिक्शा क्या है ? 

इलेक्ट्रिक रिक्शा आजकल छोटा शहर हो या बड़ा शहर हरेक जगह बहुत प्रसिद्ध है लेकिन हो सकता है इसे आप अलग अलग नाम से जानते होंगे जैसे की इ- रिक्शा , टूक टूक , साफा इत्यादि।
 
इलेक्ट्रिक रिक्शा आमतौर पर एक तीन पहिया वाहन हैं जिसमे एक ब्रुशलेस दस मोटर , एक कण्ट्रोल यूनिट , लीड एसिड बैटरी और मेटल ऑक्साइड फील्ड एफेक्ट ट्रांजिस्टर होता है।
 
आमतौर पर भारत में बने हुए इलेक्ट्रिक रिक्शा का बॉडी फाइबर से बना होता है जो बहुत जयादा मजबूत और  टिकाऊ  होता है जिससे की रिक्शा का मेंटेनेंस कॉस्ट भी बहुत कम होता है।
 
लेकिन वही चीन में बने हुए इलेक्ट्रिक रिक्शा जयादातर लोहा और एल्युमीनियम शीट का बना होता है। 
 
ये ज्यादातर एशियाई देश में ही निर्मित होते हैं जैसे की भारत , बांग्लादेश , नेपाल और चीन। 

इलेक्ट्रिक रिक्शा के मुख्य घटक 

DC मोटर ( DC Motor ) :  

ये मोटर ब्रुशलेस मोटर होता है जिसे इलेक्ट्रानिकली कम्यूटेटेड मोटर भी कहा जाता है इसमें डायरेक्ट सप्लाई की जरुरत होती है जो बैटरी से मिलता है। 
 
सामान्यतः ये मोटर 600 वाट से 1500  वाट तक पावर उत्पन करने का क्षमता रखता है।
 

बैटरी ( Battery ) :  

ये लीड एसिड बैटरी होता है जो रिचार्जेबल होता है। जिसे आसानी से रिक्शा से अलग करके उसे चार्ज कर सकते है। 
 
ऐसे बैटरी का लाइफ 6- 10 महीना तक का होता है। जिसके बाद इसे बदलना पड़ता है। 
 

नियंत्रण इकाई ( Control Unit ) : 

नियंत्रण इकाई में मॉस्फेट होता है जो  इलेक्ट्रिक रिक्शा में सप्लाई वोल्टेज और आउटपुट करंट को जरुरत के हिसाब से नियंत्रित करता है।

इलेक्ट्रिक रिक्शा Vs ऑटो रिक्शा 

1. ये ऑटो रिक्शा के मुकाबले जयादा Environment Friendly व्हीकल होता है क्योंकि ये बहुत कम प्रदषूण देता है। 
 
2. इलेक्ट्रिक रिक्शा में ऑटो रिक्शा के मुकाबले बहुत कम फ्यूल का खर्च होता है  क्योंकि जयादातर ऑटो रिक्शा पेट्रोल या संग से चलता है।  
 
3. ऑटो रिक्शा में  इलेक्ट्रिक रिक्शा  के मुकाबले इंजन और बॉडी में बहुत जयादा मेंटेनेंस कॉस्ट होता है। 
 
4. इलेक्ट्रिक रिक्शा में आमतौर पर 3 से 4 आदमी बैठ सकते है लेकिन ऑटो रिक्शा में हम 8 से 10 आदमी तक बैठ सकते है। 
 
5. ऑटो रिक्शा का कीमत इलेक्ट्रिक रिक्शा के मुकाबले जयादा होता है।  

इलेक्ट्रिक रिक्शा के टॉप 5 ब्रांड 

आजकल इलेक्ट्रिक रिक्शा बाजार में छोटी कंपनी का ही चल रहा है क्योंकि बड़ी कंपनी का इलेक्ट्रिक रिक्शा का कॉस्ट जयादा होता है। 
 
जैसे की महिंद्रा & महिंद्रा , हीरो इलेक्ट्रिक इत्यादि बड़ी कंपनी का कॉस्ट 1 लाख तक होता है वही छोटी कंपनी का इलेक्ट्रिक रिक्शा सिर्फ 60 से 70 हज़ार में मिल जाता है। 
 
लेकिन छोटी कंपनी का इलेक्ट्रिक रिक्शा जयादातर अच्छी गुणवत्ता की नहीं होती है और इसका वारंटी या सर्विस भी अच्छा नहीं होता है।
 
इसीलिए यदि ब्रांड की बात करे तो आजकल इंडिया के ये टॉप 5 ब्रांड है –
1. महिंद्रा & महिंद्रा ( Mahindra & Mahindra )
 
2. हीरो इलेक्ट्रिक  ( Hero Electric )
 
3. काइनेटिक  ( Kinetic )
 
4. सारथी  ( Saarathi )
 
5. ठुकराल  ( Thukral )

 

Conclusion :आशा करता हूँ आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा होगा

यदि फिर भी आपके मन में कोई सवाल हो या कोई confusion हो तो कमेंट करके जरूर बताये।

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