थर्मोप्लास्टिक क्या है ? थर्मोप्लास्टिक के प्रकार

नमस्कार दोस्तों ; हमारे रोज के काम में कम से कम एक प्रोडक्ट्स ऐसा होता ही है जो प्लास्टिक का बना हो।  

यदि ऐसा कहा जाय “सुबह की शुरुवात प्लास्टिक के साथ ” तो कोई गलत नहीं होगा।

क्योंकि जब हम नींद से उठते है तो कोई न कोई प्लास्टिक का प्रोडक्ट्स सबसे पहले use करते है। 

प्लास्टिक का उपयोग करना हमारे सेहत के लिए भी अच्छा नहीं होता है और न ही हमारे पर्यावरण के लिए , जितना कम प्लास्टिक का उपयोग करे उतना अच्छा है , लेकिन आजकल प्लास्टिक का उपयोग बढ़ते ही जा रहा है। 

लेकिन कभी सोचा है ये प्लास्टिक कौन सा  है , आज हम इस आर्टिकल में थर्मोप्लास्टिक क्या है , थर्मोप्लास्टिक के प्रकार के बारे में जानेंगे। 

 

तो आईये समझते है –

 

थर्मोप्लास्टिक क्या है ?

थर्मोप्लास्टिक एक प्लास्टिक होता है जिसे पॉलीमर मटेरियल भी कहा जाता है , जो एक निश्चित तापमान पर गर्म करने पर लचीला हो जाता है , और जैसे ही उसे ठंडा करते है जम जाता है। 

थर्मोप्लास्टिक में एक खास बात ये होती है की आप इसे कितना बार भी गर्म या ठंडा करो , इसका रासयनिक गुण और यांत्रिक गुण में कोई  बदलाव नहीं आता है। 

आमतौर पर थर्मोप्लास्टिक में molecular weight जयादा होता है , और इसमें पॉलीमर चैन होती जो molecular force पर निर्भर करती है , जैसे ही इसे एक निश्चित तापमान पर गर्म करते है ये धीरे धीरे कमजोर होते जाता है और टूटने लगता है और गाढ़ा द्रव में बदलने लगता है। 

ये गाढ़ा द्रव को पॉलीमर प्रोसेसिंग तकनीक जैसे की injection molding , extrusion प्रोसेस इत्यादि के द्वारा उपयोगी आकार दिया जाता है।

 

कुछ सामान्य प्रकार के थर्मोप्लास्टिक :

वैसे तो थर्मोप्लास्टिक बहुत प्रकार के होते है , लेकिन आज हम वैसे थर्मोप्लास्टिक को समझेंगे जिसका उपयोग सामान्यतः होता है जो की इस प्रकार से है –

पॉलीकार्बोनेट (Polycarbonate)

पॉलीकार्बोनेट टिकाऊ और उच्च प्रतिरोध क्षमता वाला थर्मोप्लास्टिक है , जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक सामान के पार्ट्स , कंस्ट्रक्शन के मटेरियल , ऑटोमोटिव पार्ट्स , शिप , मोबाइल फ़ोन इत्यदि में जयादा होता है। 

पॉलीकार्बोनेट दूसरे थर्मोप्लास्टिक के मुकाबले जयादा मजबूत और इसमें जयादा टेम्प्रेचर सहने की क्षमता होता है। 

पॉलीकार्बोनेट में कांच पारगमन तापमान लगभग 147 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है। 

इसका इस्तेमाल मुख्यतः transformation तकनीक extrusion और injection molding machine से tubes, rods, वाटर जार , बोतल इत्यादि बनाया जाता है। 

 

पोलीएथीलीन (Polyethylene)

पोलीएथीलीन को पॉलीथिन भी कहा जाता है , आमतौर पर पोलीएथीलीन , एथिलीन के अलावा बहुलकीकरण प्रक्रिया द्वारा बनाया जाता है। 

इसमें नमी और केमिकल सोखने का क्षमता जयादा होता है , इसीलिए ये रूम टेम्प्रेचर पर भी जयादा flexible होता है। 

आमतौर पर पोलीएथीलीन सस्ता और सबसे जयादा उपयोग किया जाने वाला थर्मोप्लास्टिक है , जैसे की गैस पाइप लाइन , ग्रोसरी बैग , पानी के पाइप इत्यादि। 

पोलीएथीलिन को मुख्यतः चार भागों में बाटा गया है –

  1. Ultra High Molecular Wet Polyethylene(UHMWP)
  2. High Density Polyethylene (HDP)
  3. Medium Density Polyethylene (MDP)
  4. Low Density Polyethylene (LDP)

 

नायलॉन ( Nylon )

आमतौर पर नायलॉन,पॉलीमाइड्स नामक पॉलिमर से बना होता है। इसका इस्तेमाल जयादातर कपड़ा जैसे की सिल्क , कॉटन , पैराशूट , carpet इत्यादि में होता है।

पोलीप्रोपलीन ( Polypropylene )

पॉलीप्रोपाइलीन जयादा वाष्पशील गैस और तरल पदार्थों के लिए पारगम्य होता है। 

इसका उपयोग जयादातर reusable प्लास्टिक प्रोडक्ट्स में होता है जैसे की , माइक्रोवेव , फ़ूड कंटेनर , कार बैटरीज , इलेक्ट्रिक केबल इत्यादि में होता है। 

पॉलीस्टीरीन ( Polystyrene )

पॉलीस्टीरीन आमतौर पर स्टाइरीन से बना होता है , जो जायदातर ठोस और फोम होता है। इसका उपयोग टॉयज , स्मोक डिटेक्टर इत्यादि में होता है। 

पॉलीविनयल क्लोराइड ( Polyvinyl Chloride )

पॉलीविनयल क्लोराइड सामनायतः कठोर ,हल्का और टिकाऊ  होता है जो हमेशा एसिड और बेस के लिए प्रतिरोधी होता है। 

इसका उपयोग जायदातर कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्रीज , ड्रेनेज पाइप , छत के शीट्स  इत्यादि में होता है।

पॉलीविनयल क्लोराइड को आजकल अलग अलग अनुप्रयोग के हिसाब से मॉडिफाई करके उत्पादन किया जा रहा है जैसे की –

a) PPVC ( Plasticized Polyvinyl Chloride)

b) UPVC ( Ultra Polyvinyl Chloride )

c) CPVC ( Chlorinated Polyvinyl Chloride )

एक्रिलोनिट्राइल ब्यूटाडाइन स्टाइरीन ( Acrylonitrile Butadiene Styrene )

एक टेरपोलिमर होता है जो पॉली ब्यूटाडाइन की उपस्थिति में स्टाइरीन और एक्रिलोनिट्राइल से संश्लेषित होकर बनता है। 

ये बहुत हल्का और मजबूत होता है , इसका उपयोग सामान्यतः  टॉयज , टेलीफोन इत्यादि में होता है।

पॉलीटेट्राफ्लोराइथिलीन ( Polytetrafluoroethylene )

पॉलीटेट्राफ्लोराइथिलीन को आमतौर पर टेफ़लोन भी कहा जाता है। 

इसमें फ्लोरीन की उच्च वैद्युतीयऋणात्मकता होता है जिससे की किसी भी मटेरियल को गीला करने से रोकता है। 

इसका उपयोग आमतौर पर बीयरिंग , वाटर ट्रीटमेंट प्लांट इत्यादि में होता है। 

Conclusion: दोस्तों आज हमने थर्मोप्लास्टिक क्या है ? थर्मोप्लास्टिक कितने प्रकार के होते है ? समझा। 

वैसे थर्मोप्लास्टिक के और भी प्रकार होते है यदि आपको और विस्तार से समझना हो तो कमेंट करके जरूर बताये। 

यदि थर्मोप्लास्टिक से सम्बंधित कोई और प्रश्न या सुझाव हो तो हमारे साथ जरूर शेयर करे। 

और हाँ दोस्तों आज का आर्टिकल कैसा लगा कमेंट कर के जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करे।

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