Steam क्या है ? Steam कैसे बनता है ?

नमस्कार दोस्तों, यदि आप किसी इंडस्ट्रियल फील्ड में जॉब कर रहे या आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग फील्ड से है तो आपके लिए स्टीम को जानना बहुत जरुरी हो जाता है। 

क्यूंकि आजकल हर एक इंडस्ट्रीज में किसी न किसी रूप से स्टीम का उपयोग किया जा रहा है जैसे की होटल इंडस्ट्रीज , हॉस्पिटल ,राइस मिल, शुगर मिल, पेपर मिल, इत्यादि।  

तो आज हम समझेंगे स्टीम क्या है ? स्टीम कैसे बनता है ? स्टीम कितने प्रकार के होते है ?

 

तो आईये समझते है –

 

Steam क्या है ?

स्टीम एक प्रकार से पानी होता है जो गैस के रूप में होता है, जब हम पानी को उसके बॉलिंग पॉइंट पर गर्म करते है तो पानी गैस के रूप में बदलना शुरू हो जाता है जिसे हम स्टीम कहते है। 

यह बिलकुल साफ, बिना गंध के और बेस्वाद होता है। 

Steam कैसे बनता है ?

जैसा की आप जानते है तरल पानी में, हाइड्रोजन के दो  मोलेक्युल्स और ऑक्सीजन के एक मोलेक्युल्स होता है

जो की लगातार एक साथ जुड़ते रहते है और अलग होते रहते है य जितना जल्दी जुड़ते है उससे कही जायदा तेजी से टूटते भी हैं। 

पानी एक मानक टेम्प्रेचर और प्रेशर पर लिक्विड होता है लेकिन जैसे ही हम इसे गर्म करते हैं मोलेक्युल्स को जोड़ने वाले बंधन अधिक तेज़ी से टूटने लगता हैं। 

जितना हम गर्म करते जाते है उतना जल्दी जल्दी टूटने लगता है और कुछ मोलेक्युल्स उस बांड से मुक्त हो जाते है ये ‘मुक्त’ मोलेक्युल्स पारदर्शी गैस बनाते हैं जिसे हम स्टीम या भाप के रूप में जानते हैं।

आमतौर पर जलते हुए कोयले या फर्नेस आयल , डीजल अन्य ईंधन के माध्यम से बॉयलर को गर्म करके भाप बनाई जाती है, लेकिन सौर ऊर्जा के साथ भी आजकल भाप बनाना संभव है। 

 

 

 

Steam के प्रकार :

संतृप्त भाप /सूखा भाप (Saturated steam )

संतृप्त (सूखा) भाप तब बनता है जब  हम पानी को उसके बॉलिंग पॉइंट तक गर्म करते है और फिर अतिरिक्त हीट के साथ उसे वाष्पीकृत करते है

संतृप्त भाप एक तापमान और दबाव पर होती है जहां स्टीम (गैस) और पानी (तरल) सह-अस्तित्व में आते हैं। 

इस प्रकार की भाप पूरी तरह से सूखी होती है , जिसका अर्थ है कि इसमें कोई भी पानी की मात्रा नहीं होता है इसीलिए इसे हम सूखा भाप भी कहते है। 

असंतृप्त भाप / गिला भाप ( Wet Steam )

असंतृप्त भाप को हम गिला भाप भी कहते है। असंतृप्त भाप को गिला भाप इसीलिए कहा जाता है क्यूंकि इसके अंदर कुछ मात्रा में वाटर का ड्रॉप्लेट्स होते है। इसमें  95-98 % भाप और 2-5 % पानी होता है। 

अतितापित भाप ( Superheated Steam )

यदि हम संतृप्त भाप को फिर से संतृप्ति बिंदु से ऊपर गर्म करते है, तो यह अतितापित भाप बन जाता है। इसमें आमतौर पर संतृप्त भाप और असंतृप्त भाप की अपेक्षा जयादा तापमान होता है। 

अतितापित भाप का उपयोग मुख्य रूप से टर्बाइन जैसे प्रोपल्शन / ड्राइव अनुप्रयोगों में किया जाता है, आमतौर पर हीट ट्रांसफर अनुप्रयोगों के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।

Steam के कुछ विशिष्ट अनुप्रयोग

> सफाई के लिए

> में बंध्याकरण के लिए 

> लकड़ी के उपचार में जैसे की लकड़ी को मोड़ने 

> होटल्स में गरम पानी के लिए 

> लांड्री में कपडा प्रेस करने के लिए 

> किसी भी बंद कक्ष को गर्म करने के लिए 

> प्रोपल्सन / ड्राइव में 

> ऑटोमाइजेशन के लिए 

> आर्द्रीकरण इत्यादि के लिए 

इंडस्ट्रीज में हम स्टीम क्यों उपयोग क्यों करते है ?

1. स्टीम में ऊर्जा की जबरदस्त मात्रा होती है

2. लगातार तापमान, जो वास्तव में किसी भी इंडस्ट्रीज में  हीट ट्रांसफर के लिए अच्छा होता है , क्योंकि स्टीम का तापमान 100 पीएसआई 303 डिग्री फ़ारेनहाइट तक हो सकता है।

3. ये आसानी से पानी से बन जाता है इसे बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायन का उत्पादन करने के लिए रासायनिक संयंत्र की आवश्यकता नहीं होता है।

4. स्टीम को हम बार-बार उपयोग कर सकते है।

5. जब हम इसे किसी एक जगह से दूसरे जगह उपयोग करने के लिए ले जाते है तो इसको करना आसान होता है।

6. किसी दूसरे हीट ट्रांसफर माध्यम के तुलना में इसमें काम लागत आता है।  

Conclusion: आशा करता हूँ दोस्तों आपको स्टीम से सम्बंधित सारे सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा।

 
यदि फिर भी आपके मन में कोई सवाल हो या कोई confusion हो तो कमेंट करके जरूर बताये। 

और हमारा आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *