Mechanical Seal क्या है ? ये कितने प्रकार के होते है ?

 

 

नमस्कार दोस्तों , यदि आप ऑटोमोबाइल फील्ड में जॉब कर रहे या फिर किसी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में आपने मैकेनिकल सील का नाम सुना ही होगा।

शिप हो या राकेट या फिर कोई घर की उपकरण आजकल मैकेनिकल सील का उपयोग जायदातर जगहों पर होता है।

लेकिन आप जरूर सोचते होंगे इसका उपयोग क्यों होता है ?


तो आईये जानते है –

 

मैकेनिकल सील क्या है ? 

मैकेनिकल सील एक ऐसा उपकरण है जो रिसाव या दबाव को रोकने, या किसी दो तंत्र को एक साथ जोड़ने में मदद करता है। 

या जब कोई दो उपकरण एक साथ जुड़ते है तो किसी भी पदार्थ को बहार निकलने या प्रवेश करने से रोकने के लिए मैकेनिकल सील का उपयोग किया जाता है। 

अलग अलग अनुप्रयोग के लिए अलग अलग सील का उपयोग होता है। कभी एक सील का कार्य नमी को बाहर रखना होता है।

ताकि गीली स्थितियों में उपकरण का उपयोग किया जा सके या फिर कभी सील किसी जगह में लुब्रिकेशन का भी काम करता है। 

मैकेनिकल सील पंप और मिक्सर जैसे घूमने वाले उपकरणों में जयादातर पाए जाते हैं ताकि वातावरण में तरल पदार्थ और गैसों के रिसाव को रोका जा सके।

मैकेनिकल सील के घटक

मैकेनिकल सील डिजाइन में 7 घटक होते हैं

1. स्थिर घटक 

2. घूमने वाला घटक

3. स्थिर घटक के सदस्य

4. घूमने वाला घटक के सदस्य 

5. स्प्रिंग 

6. ग्लैंड प्लेट

7. क्लैंप रिंग 

मैकेनिकल सील के  प्रकार

मैकेनिकल सील के कई डिज़ाइन होते हैं। इसीलिए यह समझना जरुरी है की वे कैसे काम करते हैं –

1. ढकेलनेवाला : 

ढकेलनेवाला मैकेनिकल सील ,सील फेस के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए ,घूमने वाला शाफ़्ट या स्लीव के साथ अक्षीय रूप से आगे स्थानांतरित होता है। 

2. बिना ढकेलनेवाला : 

बिना ढकेलनेवाला सील , सील फेस के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए ,घूमने वाला शाफ़्ट या स्लीव के साथ अक्षीय रूप से आगे स्थानांतरित नहीं होता है। 

ये सील कम तापमान और उच्च दबाव अनुप्रयोगों के तहत काम कर सकते हैं।

3. असंतुलित : 

असंतुलित मैकेनिकल सील का उपयोग कठोर परिस्थितियों में किया जाता है जहां कंपन, शाफ्ट का गलत संरेखण और द्रव के छिद्र की समस्या होती है। 

4. संतुलित :

संतुलित मैकेनिकल सील में सील फेस  पर अधिक दबाव बनाए रखने की क्षमता होती है और वे कम ऊष्मा उत्पन्न करते हैं

इस प्रकार वे तरल पदार्थ को संभालने के लिए उपयुक्त होते हैं जिनकी चिकनाई क्षमता कम होती है

5. परम्परागत :

ये अपेक्षाकृत सरल मैकेनिकल सील होता हैं जिन्हें शाफ्ट या पंप की स्लीव पर ठीक से सेट और संरेखित किया जाता है। 

6. कार्ट्रिज : 

कारतूस की सील का मुख्य लाभ यह है कि इन्हे लगाना पारंपरिक सील के तुलना में जटिल सेटिंग की आवश्यकता नहीं होती है।

मैकेनिकल सील का लाभ और नुकसान

मैकेनिकल सील के लाभ

1. इसे लगाने से शाफ़्ट या स्लीव कोई प्रभावित नहीं होता है।

2. इसका उपयोग  कम तापमान उच्च तापमान उच्च वैक्यूम, उच्च दबाव, विभिन्न गति और विभिन्न जंग, ज्वलनशील, विस्फोटक इत्यादि में  उपयोग कर सकते हैं।

3. ये एक विश्वसनीय सील है जिसका उपयोग करने से लंबी अवधि में, कोई लीकेज का समस्या या बहुत काम समस्या आता है। 

4. इसका मेंटेनेंस नहीं के बराबर होता है। 

मैकेनिकल सील के नुकसान

1. इसका संरचना अधिक जटिल होता है।  

2. इसे लगाना या बदलना थोड़ा जटिल होता है। 

3. ये महंगा होता है। 

4. जब कोई आकस्मिक घटना घटती है, तो नियंत्रित करना मुश्किल होता है। 

Conclusion: आशा करता हूँ दोस्तों आपको मैकेनिकल सील से सम्बंधित सारे सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा।

यदि फिर भी आपके मन में कोई सवाल हो या कोई confusion हो तो कमेंट करके जरूर बताये। 

और हमारा आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

 
 

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